अरेराज में शिव मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए निकाली गई कलश शोभा यात्रा

कलश यात्रा में सैकड़ों की संख्या में नर एवं नारी सम्मिलित हुए। कलश यात्रा जुलूस पूरे गांव की परिक्रमा कर पुनः यज्ञ स्थल पर लौटी। 9 नवंबर को महाकाल शिव की प्राण प्रतिष्ठा तथा 24 कुंडीय यज्ञ एवं 10 नवंबर को यज्ञ कार्यक्रम संस्कार एवं यज्ञ पूर्णाहुति होगी। उक्त मंदिर के लिए भूमि ईश्वरी प्रसाद मिश्रा ने अपनी कृति को अमर करने के लिए गायत्री मिशन को दान दी है। वे स्वयं गायत्री शक्तिपीठ परिवार अरेराज के सदस्य भी हैं। मुख्य यजमान उक्त गांव निवासी पूर्व जिला पार्षद कृष्णकांत मिश्रा ने बताया कि महाकाल मंदिर में पूजा एवं गोपालन के लिए बना यह स्थान धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा। यहां आकर लोग सुकून की अनुभूति करेंगे। गायत्री शक्तिपीठ अरेराज के मुख्य ट्रस्टी रमाशंकर तिवारी ने बताया कि वर्षों से ट्रस्ट को दानित यह भूमि मंदिर एवं गोशाला के लिए प्रस्तावित थी। गायत्री परिवार के सफल प्रयास से आज यह फलीभूत हुआ है। भूदाता ईश्वरी प्रसाद मिश्रा ने बताया कि वे अत्यंत रुग्ण जीवन जी रहे थे इस मंदिर एवं गोशाला के बनने के साथ ही उनका स्वास्थ्य ठीक होने लगा है और वे इस माध्यम से याद किए जाते रहेंगे। उन्हें कोई संतान नहीं है। कलश यात्रा में सतीश कुमार, सोमेश्वर सिंह, रमाकांत मिश्रा, जयचंद्र गिरि, शशिकला देवी, मुनी देवी, पवन देवी, नारद पाठक, मीना देवी, खुशी साह, सरयू साह आदि ग्रामीण एवं ट्रस्ट के लोग उपस्थित थे।
कलश यात्रा में सम्मिलित ग्रामीण एवं गायत्री परिवार के सदस्य।
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