कुशल युवा कार्यक्रम प्रशिक्षण के लिए शहर से अच्छे हैं गांव के युवा- सचिव, लोक कला विकास मंच इमामगंज।
इमामगंज (गया) गांव के युवाओं को शहरी युवाओं की अपेक्षा संसाधन कम मिलते हैं। यहां सुविधाओं की भी कमी है। इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्र के युवा शहरी क्षेत्र के युवा से आगे हैं। केवाईपी में नामांकन ही नहीं प्रशिक्षण में भी आगे हैं ग्रामीण युवा। ये बातें लोक कला विकास मंच के सचिव, सुमन कुमार ने इमामगंज के रानीगंज में कुशल युवा कार्यक्रम के लिए नामांकन हेतु आयोजित कैंप में कही।
विगत वर्ष में प्रशिक्षण प्राप्त किए कुल युवाओं में ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं का प्रदर्शन अच्छा रहा है। वहीं ग्रामीण युवा जो कभी कंप्यूटर का माउस देखे नहीं थे, अब वह कंप्यूटर चलाना बखूबी सीख रहे हैं। आज के इस तकनीक के दुनिया में केवाईपी के माध्यम से कदम से कदम मिला रहे हैं ग्रामीण युवा।
विदित हो कि सरकार के सात निश्चय में से एक आर्थिक हल युवाओं को बल के तहत श्रम संसाधन विभाग कुशल युवा कार्यक्रम केवाईपी चला रहा है। 5 साल में सरकार ने एक करोड़ युवाओं के कौशल विकास का लक्ष्य रखा है। योजना में कम से कम 10 वीं पास 15 से 28 वर्ष के छात्रों को हिंदी व अंग्रेजी बोलने एवं समझने लिखने पढ़ने के साथ-साथ व्यवहार कौशल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। युवाओं को भाषा कौशल एवं कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान भी दिया जा रहा है।