आने वाले वर्षों में कुशल युवाओं के हाथ होगी कमान
कभी बोझ माने जाने वाली बढ़ती आबादी बिहार के लिए उम्मीद की नई किरण बन गई है। प्रदेश मैं 40 फ़ीसदी से ज्यादा आबादी युवा है। इसी युवा आबादी को सबसे बड़ी पूंजी बनाने में सरकार जुटी है। कुशल युवा कार्यक्रम के जरिए युवाओं को बाजार की मांग के अनुसार तैयार किया जा रहा है। युवा आबादी के सहारे बिहार को आर्थिक विकास की धुरी बनाने की तैयारी जोर पकड़ चुकी है। आने वाले कुछ वर्षों में बिहार के अधिकतम युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है। सरकार का मानना है कि प्रदेश के युवाओं की इस बड़ी आबादी को कुशल बनाकर आर्थिक मोर्चे पर भी आसानी से फतह किया जा सकता है।
यही वजह है कि युवाओं को कुछ इस तरह से तैयार करने की योजना पर अमल किया जा रहा है, जो खुद रोजगार पैदा करें और दूसरों को रोजगार भी दे पाएं। युवाओं को प्रशिक्षित कर हुनरमंद बनाने के लिए कुशल युवा कार्यक्रम शुरू की गई। सरकार ने पहली बार इस काम को मिशन के रूप में लिया है। इसमें युवा पीढ़ी को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष पहल की गई है।