उग्रवाद प्रभावित बांके बाजार प्रखंड के ग्राम पंचायत बैताल के पंचरुखिया गांव विकास की रोशनी से दूर
शेरघाटी से कौशलेंद्र कुमार।
उग्रवाद प्रभावित बांके बाजार प्रखंड के ग्राम पंचायत बैताल के पंचरुखिया गांव का पहुंच पथ कच्ची है। गांव विकास की रोशनी से दूर है। गांव के लोग बताते हैं कि वार्ड नंबर 4 5 6 में पहुंचने के लिए अब तक सही रास्ता भी नहीं है लगभग तीन किलोमीटर कच्ची सड़क रास्ता पार कर अपने गांव तक पहुंचते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में दो और से पहुंच पथ है। शेरघाटी से लेम्बोइया होते हुए और बांके बाजार से सगडीहा तारडीह होते हुए। दोनों ही ओर से लगभग तीन किलोमीटर कच्ची सड़क पड़ती है यहां नल जल का काम भी नहीं हो सका है। गांव के आधे से अधिक लोगों के पास राशन कार्ड नहीं होने से लॉक डाउन की स्थिति में भूखे मरने को विवश हैं।
गांव के लोग जंगली लकड़ी काटकर अपना जीविकोपार्जन करते हैं। परंतु लॉक डाउन रहने के कारण से घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। ऐसे में उन्हें भूखे रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। पंचायत के प्रतिनिधि ने अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया है। लगभग 700 घर जनसंख्या वाले पचरुखिया गांव में किसी प्रकार का विकास होता नहीं दिख रहा है। प्रभावित संजय पाल , मिथलेश पाल, सुरेंद्र रजक, मसोमात ज्योति देवी के पास राशनकार्ड तक नहीं है। वे राशन मिलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।