डुमरिया के सोनपुरा की मधुमाला ने मैट्रिक परीक्षा में राज्य में दसवां और जिले में प्रथम स्थान लाकर घर परिवार, राज्य और जिला का मान बढ़ायी
शेरघाटी से कौशलेन्द्र
गया जिले के डुमरिया प्रखंड क्षेत्र के कोल्हुबार पंचायत के सोनपुरा गांव में एक लघु किसान के घर जन्म लेने वाली मधुमाला ने मैट्रिक परीक्षा में राज्य में दसवां और जिले में पहला स्थान लाकर मगही भाषा की कहावत गुदड़ी में लाल कहावत को चरितार्थ कर दी है।
प्रवासी मजदूर की उक्त बेटी ने अपने राज्य, जिला से लेकर कुल खानदान तक का नाम रौशन कर दी। आज प्रवास से लौटे पिता से लेकर माता पिता, भाई बहन और गांव में खुशी का माहौल है। मधुमाला ने गया एक्सप्रेस से बातचीत में बताई कि वह पुलिस इंस्पेक्टर बनकर देश सेवा करना चाहती है। सोनपुरा निवासी उदय कुमार की द्वितीय पुत्री मधुमाला ने बिहार बोर्ड परीक्षा में 471 अंक लाकर पूरे बिहार में दसवाँ स्थान प्राप्त की है। वह वित्त अनुदानित किसान उच्च विद्यालय शिवनगर देवचन्डीह की छात्रा है।
मधुमाला ने घर पर रहकर पढ़ाई पूरी की। कहीं टयूशन नहीं पढ़ी। बल्कि गांव का एक भाई ने उसे मार्गदर्शन किया। जिसके बदौलत परीक्षा में अच्छा अंक लायी है। मधुमाला ने बताया कि रोज सुबह सोनपुरा से देवचन्डीह पांच किलोमीटर साइकिल चलाकर किसान उच्च विद्यालय शिवनगर देवचन्डीह जाती थी। विद्यालय में संचालित सभी क्लास मन लगाकर करती थी। वह तीन बहन और एक भाई में पिता की दूसरी पुत्री है।
उदय कुमार हरियाणा के एक निजी कम्पनी में काम करते है। उन्होंने अपनी बेटी की सफलता को बेटी की कड़ी मेहनत मानते हैं। कुमार ने कहा कि गरीब घर की बेटी के पास पढ़ने जाने के लिए कोचिंग या टीयूसन के रुपए नहीं था।मधुमाला ने घर पर रहकर अपने गांव के भाई के मदद से परीक्षा की तैयारी की। तैयारी पूरी लगन और मेहनत से किया। सफल हुई।