आमस सड़क हादसे में मारे गए रेगनिया गांव के श्मशान घाट में सात चिता एक साथ जली, सबकी आंखें नम। गांव में मातम
शेरघाटी से कौशलेंद्र
आमस के रेगनिया गांव में लड़की के दादा मुनारीक रिकियासन ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के समक्ष कहा कि अब पोतियों की शादी अगले लग्न में हो सकेगी। उन्होंने कहा कि एक बेटा सोहन मांझी का वंश उजड़ गया। उसके दोनों बेटे क्रमशः विपिन उर्फ सुमित 8 वर्ष और विक्रम 10 वर्ष दुर्घटना में मारे गए। सोहन और मोहन दोनों गंभीर रूप से घायल है। जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। अब वे लोग कब ठीक होते हैं भगवान जाने।उन्होंने बिलखते हुए कहा कि पोते लोग कहा करते थे दादा घबराओ मत हम कमा कर बिल्डिंग बनाएंगे।उनके मौत से हमारा सारा अरमान चकनाचूर हो गया। दादा के करुण क्रंदन से उपस्थित हर मानव दिल भाव विह्वल हो उठा।उन्होंने कहा कि पोते लोग के चले जाने से मेरी दुनिया उजड़ गई ।70 वर्ष की उम्र में ऐसी घटना न देखे थे न सुने थे।आज भगवान हमारे ऊपर दुख का पहाड़ रख दिया।अब यही सोचते हैं कि भगवान हमारे पोते की जगह हमें क्यों नहीं ले गया।
एक ही जगह सात चिता पर हुई आठ लोगों का अंतिम संस्कार।
गांव के बसंत यादव, करन कुमार ने कहा कि सभी परिजनों की सहमति से पूरे गांव वासी मातम भरे माहौल में एक ही स्थान पर बने सात चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। मंगलवार को पूरे गांव में मातम के बीच अफसोस और करुण क्रंदन ही सुनाई दे रही थी। विक्रम और सुमित की मां मुन्नी देवी रोरोकर बेहोश हो रही है। क्योंकि उसने अपने दो लाल खो दी है। भगवान ने उसकी गोद सुनी कर दी है। इधर पृर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने मृतक के स्वजनों को हर सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया है।
पुष्पा और निशु के अरमान भाई के चिता के साथ फिहलाल दफन
ससुराल पक्ष ने कहा शादी होगी, धैर्य से रहें।
मंगल के घर में पहुंचे अमंगल ने पुष्पा और निशु के सारे अरमान तोड़ दिए। शादी के लाल जोड़े और मेहंदी का अरमान हादसों तले दब गया। रोती कलपति दोनों सगी बहन निशु और पुष्पा बताती है कि हमारे दो चचेरे भाई दुनिया में नहीं रहे। अब हम लोग मुंह दिखाने के लायक नहीं हैं। कुल का चिराग समाप्त हो गया। हम दोनों बहने भयभीत हैं। लेकिन गांव वाले पुष्पा और नीतू को ढाढस दिलाते हैं। वह बताते हैं कि निशु और पुष्पा के ससुराल वाले लोग बड़े नेक दिल इंसान हैं। घटना की खबर सुनते ही वह गांव आए। उन्होंने कहा कि हम परिवार बन चुके हैं। सुख-दुख के भागी हैं। विधाता के आगे किसी का नहीं चलता।शादी जरूर होगी। लेकिन अब सही समय का इंतजार करना होगा इस बात से लड़की पक्ष वालों का हौसला बढ़ा उन्हें ढाढस मिला।
बच गया कईल और गौतम
सच ही कहा गया है जाको राखे साइयां मार सके ना कोई ।यह कहावत चरितार्थ हुई जीटी रोड स्थित बिशनपुर गांव के समीप सोमवार को सड़क हादसे मैं बचे दो लड़कों का। उल्लेखनीय हो कि सोमवार को दो टेंपो और ट्रक में हुई जोरदार टक्कर में लड़की के भाई कईल 8 वर्ष और गौतम 10 वर्ष टैंपू में दवा था। जेसीबी के आने के बाद ट्रक को हटाया गया । कईल और गौतम सलामत निकले।सब ने कहा खुदा का शुक्र है दोनों बालक सलामत बचे।महाजन लेकर इलाज के लिए भेजे 5 हजार
सड़क हादसे में घायल हुए नंदू और पुकार की माता एवं पत्नी शांति देवी और निर्मला देवी कहती हैं महाजन पर लेकर इलाज करा रहे हैं। घायलों के इलाज के लिए ₹5000 महाजन लेकर भेजे हैं। इलाज में सरकारी व्यवस्था ठीक नहीं है। मदद नहीं मिल रही है। हम गरीब इतने पैसे कहां से लाएंगे।

बच गया कईल और गौतम
सच ही कहा गया है जाको राखे साइयां मार सके ना कोई ।यह कहावत चरितार्थ हुई जीटी रोड स्थित बिशनपुर गांव के समीप सोमवार को सड़क हादसे मैं बचे दो लड़कों का। उल्लेखनीय हो कि सोमवार को दो टेंपो और ट्रक में हुई जोरदार टक्कर में लड़की के भाई कईल 8 वर्ष और गौतम 10 वर्ष टैंपू में दवा था। जेसीबी के आने के बाद ट्रक को हटाया गया । कईल और गौतम सलामत निकले।सब ने कहा खुदा का शुक्र है दोनों बालक सलामत बचे।महाजन लेकर इलाज के लिए भेजे 5 हजार
सड़क हादसे में घायल हुए नंदू और पुकार की माता एवं पत्नी शांति देवी और निर्मला देवी कहती हैं महाजन पर लेकर इलाज करा रहे हैं। घायलों के इलाज के लिए ₹5000 महाजन लेकर भेजे हैं। इलाज में सरकारी व्यवस्था ठीक नहीं है। मदद नहीं मिल रही है। हम गरीब इतने पैसे कहां से लाएंगे।
