आकाशवाणी पटना के पहले संवाददाता बिहार के वरिष्ठ पत्रकार रवि रंजन सिन्हा नहीं रहें.
आकाशवाणी पटना के पहले संवाददाता होने का गौरव प्राप्त करने वाले रवि रंजन सिन्हा की पिछले कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी. 13 अक्टूबर को उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें पाटलिपुत्र स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां डॉक्टरों ने उन्हें डेंगू से संक्रमित होने की पुष्टि की थी. मूल रूप से आरा के रहने वाले रवि रंजन सिन्हा का जन्म 05 जून 1935 को हुआ था. 84 वर्ष की आयु में शुक्रवार की दोपहर पटना में एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया.
उनकी पहचान एक समर्पित पत्रकार अध्यापक एवं जनसंपर्क पदाधिकारी के रूप में होती थी. हिंदुस्तान समाचार के बाद वे सर्च लाइट से जुड़े रहे. 1961 में उनकी शादी हुई, जिसके बाद पटना आकाशवाणी में 1962 तक उन्होंने अपनी सेवा दी. बाद में वे रसायन खाद कारखाना सिंदरी के जनसंपर्क अधिकारी बने. वहीं 80 के दशक में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और फिर से मुख्यधारा में आ गए. डेक्कन हेराल्ड, डेक्कन क्रॉनिकल के लिए कार्य करने लगे. उन्होंने पटना के रंगमंच पर भी लगातार लिखा. रविरंजन सिन्हा की गिनती अपने समय के उत्कृष्ट नाट्य समीक्षकों में होती रही थी. वर्तमान में वे फेसबुक पर भी एक्टिव थे और उस पर समाज और सरकार के प्रति लगातार अपने वक्तव्य प्रकट किया करते थे. अपने फेसबुक पर इस महीने में उन्होंने अंतिम बार 2 अक्टूबर को पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने पटना में बारिश से हुए जलजमाव और और सरकारी अमलो पर सवाल किया था.
रवि रंजन सिन्हा अपने पीछे दो बेटे एक बेटी समेत पूरा भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. इनके बेटे आलोक मोहित भी वरिष्ठ पत्रकार है.
उनकी पहचान एक समर्पित पत्रकार अध्यापक एवं जनसंपर्क पदाधिकारी के रूप में होती थी. हिंदुस्तान समाचार के बाद वे सर्च लाइट से जुड़े रहे. 1961 में उनकी शादी हुई, जिसके बाद पटना आकाशवाणी में 1962 तक उन्होंने अपनी सेवा दी. बाद में वे रसायन खाद कारखाना सिंदरी के जनसंपर्क अधिकारी बने. वहीं 80 के दशक में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और फिर से मुख्यधारा में आ गए. डेक्कन हेराल्ड, डेक्कन क्रॉनिकल के लिए कार्य करने लगे. उन्होंने पटना के रंगमंच पर भी लगातार लिखा. रविरंजन सिन्हा की गिनती अपने समय के उत्कृष्ट नाट्य समीक्षकों में होती रही थी. वर्तमान में वे फेसबुक पर भी एक्टिव थे और उस पर समाज और सरकार के प्रति लगातार अपने वक्तव्य प्रकट किया करते थे. अपने फेसबुक पर इस महीने में उन्होंने अंतिम बार 2 अक्टूबर को पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने पटना में बारिश से हुए जलजमाव और और सरकारी अमलो पर सवाल किया था.
रवि रंजन सिन्हा अपने पीछे दो बेटे एक बेटी समेत पूरा भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. इनके बेटे आलोक मोहित भी वरिष्ठ पत्रकार है.
Dhananjay Sinha
9304612287