भारत की पहली प्राइवेट ट्रेन : तेजस एक्सप्रेस
गया (प्रतिनिधि)/ रेलवे कर्मचारी यूनियन के विरोध के बीच लखनऊ स्टेशन से देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन को मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने रवाना किया। ट्रेन होस्टेस के हाथों हर यात्री को तिलक लगाकर एवं फूलों की माला पहनाकर आतिथ्य सत्कार की गई और बेलकम ड्रिंक यात्री सीट पर बैठते पेश किया गया। तेजस के पहले सफर को यादगार बनाने के लिए आईआरसीटीसी के एमडी एमपी मल ने हर यात्री को उपहार स्वरूप छाता और चाबी का रींग भेट किया। बोगी में वाई.फाई को कनेक्ट कर यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी भी दी गई। रेलवे वोर्ड चेयर मैन विनोद कुमार यादन ने कहा कि आने वाले समय में 50 कॉरपोरेट ट्रेनें चलेंगी।
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इमरजेंसी कोटा के तहत यात्री ट्रेन राजधानीए शताब्दीए दुरंतोए मेल.एक्सप्रेस आदि में वेटिंग टिकट के एवज में बर्थ उपलब्ध कराई जाती है। इसमें सांसद विधायक आदि शामिल हैं। लेकिन आईआरसीटीसी की मदद से चलाई जाने वाली देश की पहली निजी ट्रेन में वीआईपी कोटा का प्रावधान नहीं होगा। तेजस पहली ट्रेन होगी जिसमें आरएसी टिकट जारी नहीं किया जाएगा। इधर गया जंकशन पर शुक्रवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन गया शाख के कर्मचारियों ने तेजस ट्रेन की निजीकरण करने का विरोध किया। पूरे देश में इस निजीकरण का विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय ऑल इडिया रेलवे मेंस फेडरेशन ने लिया है।
इस अवसर पर यूनियन के सहायक सचिव उत्तम कुमार, संगठन मंत्री अजीत कुमार श्रीवास्तवए डेलीगेट अजय कुमार सिंह, शाखा पार्षद मेघलाल मिश्रा, बबलू कुमार सिन्हा, सुमित कुमार, विनोद कुमार, मोण् शकील अहमद, युवा कमेटी के अध्यक्ष राजीव रंजन कुमार सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
Dhananjay Sinha
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