आमस में बाल दिवस के अवसर पर सावन पंचायत के मुखिया ने बच्चों को किया पुरस्कृत
आमस प्रखंड के संस्कार कंप्यूटर संस्थान द्वारा संचालित कुशल युवा कार्यक्रम के बच्चों के बीच सावन पंचायत के मुखिया ने बाल दिवस के अवसर पर किताब और कलम दे गया सम्मानित किया। संस्थान के डायरेक्टर सूर्यकांत संस्कार ने बताया कि कुशल युवा कार्यक्रम कहते हैं बच्चों के बीच सावन पंचायत के मुखिया के द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया। यह पुरस्कार बच्चों द्वारा की गई विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के लिए दिया गया। वही इस अवसर पर केंद्र के एलएफ दीपक कुमार एवं अनुज संस्कार भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर कुशल युवा कार्यक्रम में पढ़ रहे बच्चों को मैं अमरेंद्र कुमार, रोशन कुमार, विकास, निक्की कुमारी, सोनी कुमारी, एवं विभा कुमारी सहित दर्जनों छात्र एवं छात्राएं शामिल हुए।
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से काफी लगाव था, इसलिए उनके जन्मदिन को बच्चों के प्रति समर्पित कर दिया गया। आज का दिन देश के भविष्य को नया रास्ता देने का है। नौनिहालों में छिपी हुई प्रतिभा को तराश कर कल के बेहतर भारत की नींव डालने का है। पंडित जवाहर लाल नेहरू को बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर1889 को इलाहाबाद में हुआ था। उनका कहना था कि आज के बच्चे कल के भारत का निर्माण करेंगे। हम उनका किस तरह पालन पोषण करते हैं यह देश के भविष्य के बारे में बताता है। नेहरू जी का बच्चों से प्रेम का एक वाकया है। तीन मूर्ति भवन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का सरकारी निवास था। एक दिन वे इसके बगीचे में टहल रहे थे। तभी उन्हें एक छोटे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। नेहरूजी ने आसपास देखा तो उन्हें पेड़ के बीच एक दो माह का बच्चा रोता दिखाई दिया। नेहरूजी ने मन ही मन सोचा- इसकी मां कहां होगी? उन्होंने इधर-उधर देखा। वह कहीं भी नजर नहीं आ रही थी। उन्होंने सोचा शायद वह बगीचे में ही कहीं माली के साथ काम कर रही होगी। नेहरूजी यह सोच ही रहे थे कि बच्चे ने रोना तेज कर दिया। इस पर उन्होंने उस बच्चे को उठाकर अपनी बांहों में लेकर उसे थपकियां दीं, झुलाया तो बच्चा चुप हो गया और मुस्कुराने लगा। बच्चे की मां ने जब प्रधानमंत्री की गोद में अपने बच्चे को देखा तो उसे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ। ऐसे महान थे चाचा नेहरू। यही वजह है कि बालदिवस पर आज भी बच्चे चाचा नेहरू को याद करते हैं।