डायरिया प्रभावित गांव बागेबार-एकम्बा पहुँचे पूर्व मुख्यमंत्री जितन राम मांझी
गया ज़िला के ईमामगंज प्रखण्ड के ग्राम बागेबार-एकम्बा में करीब दस दिनों से फैली है डायरिया जिसमें करीब सैकड़ों लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं जिनका इलाज ईमामगंज सामुदायिक स्वस्थ केंद्र में चल रहा है। कुछ का गांव में कैंम्प लगा कर भी इलाज चल रहा है जिसमें अनियमितता देखी जा रही है। अस्पताल में भर्ती मरीज़ ने बताया के मरीज़ों के साथ लापरवाही बरती जा रही है और साफ सफाई का भी उचित ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
इसकी सुचना पाते ही पूर्व मुख्यमंत्री सह क्षेत्रीय विधायक जीतन राम माँझी निरिक्षण करने पहुँचे। ईमामगंज सामुदायिक स्वस्थ केंद्र में अनियमितता पाए जाने के बाद उपस्थित डॉक्टर को फटकार लगाते हुए फील्ड में कार्यरत डॉक्टरों को भी फोन पर हिदायत दी। उसके बाद श्री माँझी डायरिया पीड़ित गांव बागेबार पहुचे और डायरिया पीड़ित परिवारों से हाल जाना। जिसमें गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन मुर्दाबाद का नारा लगाया। उसके बाद जीतन राम मांझी ग्राम वासियों को समझा बुझा कर मामले को शांत काया और लोगों की फरियाद सुनने के बाद पत्रकारों को बताया की ये बीमारी गांव के प्रदुषित जल के कारण हुई है जहाँ पर चापाकल है वहाँ पर एक शौचालय की टंकी फुट गई है जिसके बदबू से जल प्रदूषित हो रहा है और बीमारी फ़ैल रही है। कुछ ग्रामवासी बीमारी के डर से घर छोड़ भागे और इस बीमारी को नियंत्रण करने में स्वस्थ विभाग को विफल बताते हुए बताया और पूरा पूरा इसका ज़िम्मेदार प्रशासन की लापरवाही है। कहा कि मैं सरकार से इसकी जांच कर लापरवाही बरतने वाले अधिकारी पर अविलम्ब करवाई करने की मांग करूँगा। उन्होंने बताया के पुरे क्षेत्र में लगातार विकाश के कार्य में अनियमितता की सुचना मिल रही है जिसे लेकर इसकी पूर्ण जानकारी प्राप्त कर कल गया में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। वहीं जीतन राम माँझी को जाने के बाद ईमामगंज प्रखण्ड विकास पदाधिकारी जयकिशन कुमार और मुखिया चंद्रदेव यादव ने बागेबार ग्रामवासियों के लिए तत्काल स्वच्छ पेय जल की व्यवस्था करवाई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ० अली अनवर से इस विषय मे पूछने पर उन्होंने बताया कि हमारे पास जो स्टाफ और चिकित्सक है उसके अनुसार हम इस बीमारी से निपटने का रात-दिन पूरा प्रयास कर रहे हैं। मगर स्टाफ की कमी आड़े आ रही है मगर उपलब्ध स्टाफ की रात-दिन की कड़ी मेहनत से हम इसपर एक हद तक काबू पाने में सफ़ल रहे है और एक-दो दिन में पूर्ण काबू पा लेंगे, बस ग्रामीणों के सहयोग की आवश्यकता है हम सब जितने भी सीएचसी ईमामगंज के स्टाफ है सभी रात-दिन एक करके इसपर काबू पाएंगे।
इसकी सुचना पाते ही पूर्व मुख्यमंत्री सह क्षेत्रीय विधायक जीतन राम माँझी निरिक्षण करने पहुँचे। ईमामगंज सामुदायिक स्वस्थ केंद्र में अनियमितता पाए जाने के बाद उपस्थित डॉक्टर को फटकार लगाते हुए फील्ड में कार्यरत डॉक्टरों को भी फोन पर हिदायत दी। उसके बाद श्री माँझी डायरिया पीड़ित गांव बागेबार पहुचे और डायरिया पीड़ित परिवारों से हाल जाना। जिसमें गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन मुर्दाबाद का नारा लगाया। उसके बाद जीतन राम मांझी ग्राम वासियों को समझा बुझा कर मामले को शांत काया और लोगों की फरियाद सुनने के बाद पत्रकारों को बताया की ये बीमारी गांव के प्रदुषित जल के कारण हुई है जहाँ पर चापाकल है वहाँ पर एक शौचालय की टंकी फुट गई है जिसके बदबू से जल प्रदूषित हो रहा है और बीमारी फ़ैल रही है। कुछ ग्रामवासी बीमारी के डर से घर छोड़ भागे और इस बीमारी को नियंत्रण करने में स्वस्थ विभाग को विफल बताते हुए बताया और पूरा पूरा इसका ज़िम्मेदार प्रशासन की लापरवाही है। कहा कि मैं सरकार से इसकी जांच कर लापरवाही बरतने वाले अधिकारी पर अविलम्ब करवाई करने की मांग करूँगा। उन्होंने बताया के पुरे क्षेत्र में लगातार विकाश के कार्य में अनियमितता की सुचना मिल रही है जिसे लेकर इसकी पूर्ण जानकारी प्राप्त कर कल गया में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। वहीं जीतन राम माँझी को जाने के बाद ईमामगंज प्रखण्ड विकास पदाधिकारी जयकिशन कुमार और मुखिया चंद्रदेव यादव ने बागेबार ग्रामवासियों के लिए तत्काल स्वच्छ पेय जल की व्यवस्था करवाई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ० अली अनवर से इस विषय मे पूछने पर उन्होंने बताया कि हमारे पास जो स्टाफ और चिकित्सक है उसके अनुसार हम इस बीमारी से निपटने का रात-दिन पूरा प्रयास कर रहे हैं। मगर स्टाफ की कमी आड़े आ रही है मगर उपलब्ध स्टाफ की रात-दिन की कड़ी मेहनत से हम इसपर एक हद तक काबू पाने में सफ़ल रहे है और एक-दो दिन में पूर्ण काबू पा लेंगे, बस ग्रामीणों के सहयोग की आवश्यकता है हम सब जितने भी सीएचसी ईमामगंज के स्टाफ है सभी रात-दिन एक करके इसपर काबू पाएंगे।