वर्षा के अभाव में शेरघाटी के आधा दर्जन गांव में रोपनी कार्य ठप्प
कौशलेंद्र कुमार शेरघाटी
शेरघाटी प्रखंड के पहाड़ी तलहटी के नीचे बसे झौर, समदा, रानीचक, बनियाडीह, सलैया आदि आधा दर्जन गांव में धान की रोपनी का कार्य 50% पूरा नहीं हो पाया है। उक्त क्षेत्र के लोहरा टोला झौर के किसान योगी चौधरी, शिव यादव, महेश प्रजापति, संतोष चौधरी आदि ने बताया कि हमारे यहां पहाड़ी से आने वाले पानी को संग्रह करने के लिए आधा दर्जन से अधिक चेक डैम बनाया गया है। परंतु वर्षा के अभाव में सारा चेक डैम सूखा पड़ा है। गांव का आहर, पोखर भी सूख चुका है। बिचड़ा के खेत में दरार आ गया है। ऐसे में रोपनी का कार्य बिल्कुल ठप है। कुछ सक्षम और प्रगतिशील किसान बिजली मोटर के माध्यम से दस पांच कट्ठा करके धीरे-धीरे धान रोपाई कर रहे हैं। परंतु अधिकांश किसानों का खेत सूखा पड़ा है। जो वर्षा का इंतजार कर रहे हैं।
किसानों ने बताया कि उक्त क्षेत्र में अधिकांश खेती मानसून आधारित है। वर्षा होगी तो धान की रोपाई हो पाएगा अन्यथा सूखा राजा रह जाएगा। जो स्थिति है उससे ऐसा लगता है कि इस वर्ष भी क्षेत्र के किसानों को सूखा का मार झेलना पड़ेगा। क्योंकि वर्षा के अभाव में धान रोपनी का कार्य आंशिक हुआ है। जो किसान धान की रोपाई कमोबेश कर चुके हैं।उनके खेत में दरार आ रहा है। सिंचाई का अभाव है। ऐसे में इक्का-दुक्का आंशिक किसान ही सक्षम है जो खुद के सिंचाई कर सकते हैं।