40 वर्षों तक पुजारी रहे 106 वर्षीय सरजू प्रसाद का निधन गांव में शोक
शेरघाटी
धर्म में आस्था और समाज की सेवा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले बांके बाजार प्रखंड के फुलवरिया गांव के सरजू प्रसाद उम्र 106 वर्ष का निधन शनिवार को देर रात हो गई। प्रसाद अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके पुत्र राजकुमार प्रसाद ने बताया कि वह स्थानीय महादेव मंदिर के लगभग 40 वर्षों तक पुजारी के रूप में काम करते रहे। वे अपने शिवाला मंदिर का प्रतिदिन साफ-सफाई पूजा-अर्चना से लेकर संध्या आरती तक किया करते थे। ग्रामवासी जनार्दन प्रसाद, राजगीर प्रसाद आदि बताते हैं कि प्रसाद धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। गांव ही नहीं पूरे पंचायत में किसी प्रकार का धार्मिक आयोजन हुआ करता तो लोग उन्हें जरूर बुलाया करते थे। आयोजन के बारे में परामर्श लिया करते थे। आयोजनों में उन्हें शामिल कराया जाता था। फिर उनके सुझाव के अनुसार आयोजन को अंजाम दिया जाता था। वह गांव के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति थे। इतनी लंबी आयु का अब कोई भी बुजुर्ग गांव में नहीं रहे। ग्राम वासियों ने बताया कि सबसे बड़ी बात यह है कि प्रसाद कभी खाट पर नहीं पड़े। विगत 1 सप्ताह से वह बीमार थे। फिर भी उनका घूम टहल अपने आंगन तक चल रहा था। अंतिम समय तक लोगों से बात करते रहे। भगवान ने उन्हें सुखद मौत दिया। एक ओर जहां लोग उनके निधन से मर्माहत हैं वहीं दूसरी ओर इस बात की खुशी है कि भगवान हर किसी को इतनी लंबी आयु देकर ऐसा सुखद मौत प्रदान करें ताकि किसी भी परिवार को कोई तकलीफ ना हो। उनका अंतिम संस्कार स्थानीय मोरहर नदी के पवित्र तट पर किया गया। इस प्रकार पंचतत्व में विलीन हो गए।